प्राकृतिक वनस्पति
भारत में निम्न प्रकार की वनस्पति पाई जाती है---
(1) उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
(2) उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
(3) उष्णकटिबंधीय घास के मैदान
(4) शुष्क मरुस्थलीय कांटेदार वनस्पति
(5) डेल्टाई वन ( मैंग्रोव वन )
(6) पर्वतीय वन
उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
यह वन भारत के उन भागों में पाए जाते हैं , जहां 200 सेमी से अधिक वर्षा एवं 24 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक तापमान पाया जाता है ।
इन वनों में सर्वाधिक जैव विविधता पाई जाती है ।
यह वन पश्चिमी घाट के पश्चिमी ढाल , लक्षद्वीप , अंडमान निकोबार दीप ,असम के ऊपरी भाग और तमिलनाडु के तट तक सीमित है ।
शोर्ट ट्रिक -- अंडा सदा तलकर खाने से ही असर होता है ।
अंडा ---------- अंडमान निकोबार दीप
त-------- तमिलनाडु
ल --------- लक्षदीप
असर --------असम
इन वनों में एबोनी , महोगनी , रोजवुड ,रबड़ और सिंकोना पाए जाते हैं ।
शोर्ट ट्रिक --- रोज एेसे ही रब से मोह करो ।
रोज---- रोजवुड
ऐ --------- एबोनी
से --------- सिंकोना
रब -------- रबड़
मोह -------- महोगनी
उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
यह वन भारत के सबसे बड़े भाग में फैले हुए हैं , जो 100-200 सेमी वर्षा वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं ।
यह वन ग्रीषम ऋतु में 6 से 8 सप्ताह के लिए अपनी पत्तियां गिरा देते हैं ।
यह वन हिमालय के गिरीपद प्रदेशों , झारखंड , पश्चिमी उड़ीसा , छत्तीसगढ़ एवं पश्चिमी घाट के पूर्वी ढालों में पाए जाते हैं ।
शोर्ट ट्रिक ------- छंटे हुए पत्ते झाड़ू से गिरा दिए
छंटे-------- छतीसगढ़
झा ----------- झारखण्ड
ड़ू------------ उड़ीसा
गिरा दिया -------- गिरिपद प्रदेश
यहां पाए जाने वाले वृक्ष -- सागवान , बाँस , साल शीशम , चंदन , कुसुम , अर्जुन तथा शहतूत ।
शोर्ट ट्रिक --- अरज् किया है , बाँकू की साश शीसे ( शीसा ) में चाँदनी लगी ।
अरज् ---- अर्जुन
बाँ ------- बाँस
कू --------- कुसुम
सा ------ साल
श-------- शहतूत
शी --------- शीशम
सा--------- सागवान
चाँदनी -------- चंदन
उष्णकटिबंधीय घास के मैदान
यह घास के मैदान 50-100 सेमी वर्षा वाले मैदानी भागों में पाए जाते हैं ।
इस प्रकार की वनस्पति कर्नाटक , आंध्र प्रदेश , मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पठारी भाग में पाई जाती है ।
शोर्ट ट्रिक ----- आपकी छतरी भी कम नहीं ।
आप ------- आन्ध्रप्रदेश
छतरी ------- छतीसगढ़
क----------- कर्नाटक
म ------------- मध्यप्रदेश
शुष्क मरुस्थलीय कांटेदार वनस्पति
जिन क्षेत्रों में 50 सेमी से कम वर्षा होती है वहाँ इस प्रकार की वनस्पति पाई जाती है।
भारत में ये वन राजस्थान , गुजरात , छत्तीसगढ़ , उत्तर प्रदेश और हरियाणा के अर्ध शुष्क भागों में पाए जाते हैं ।
शोर्ट ट्रिक --- काँटे का गुच्छा उपर से हरा होता है।
गु -------- गुजरात
छा -------- छतीसगढ़
उपर ---------- उतर प्रदेश
ह ------------- हरियाणा
रा ------------- राजस्थान
प्रमुख वृक्ष है अकासिया , खजूर , यूफोरिया , नागफनी तथा खेजड़ा ।
शोर्ट ट्रिक ----- ज्यादा अन्न खा गए तो यू फोर खेड़ा
अ ------------- अकासिया
न ------------- नगफनी
खा ------------- खजूर
यू फोर ---------- यूफोरबिया
खेड़ा -------------- खेजड़ा
डेल्टाई वन मैंग्रोव वन
यह वनस्पति गंगा , ब्रह्मपुत्र , महानदी , गोदावरी , कृष्णा एवं कावेरी नदियों के डेल्टा भागों में पाई जाती है ।
गंगा- ब्रह्मपुत्र डेल्टा में सुंदरी वृक्ष पाए जाते हैं । ( यह क्षेत्र रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है )
इन दोनों में ताड़ , कैसूरीना , नारियल , क्योडा , व एंगोर के वृक्ष उगते हैं ।
शोर्ट ट्रिक ---- नारा लगाके क्यूँ अंगारा ताकै हो
नारा ------ नारियल
क्यूँ ------- क्योड़ा
अंगारा ----- एंगोरा
ता-------- ताड़
कै --------- कैसूरीना
और युवती हवन हवन हिमालय पर्वत पर उगते हैं ।
उँचाई के साथ साथ प्राकृतिक वनस्पति में अंतर भी दिखाई देता है
1500 मी तक ----सदाबहार एवं पतझड़ वन
1500-2500 मी तक ----- शीतोष्ण कटिबन्धीय वन
2500-4500 मी तक ------ कोणधारी वन
4500-4800 मी तक ------- टुण्ड्रा वन
भारत में निम्न प्रकार की वनस्पति पाई जाती है---
(1) उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
(2) उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
(3) उष्णकटिबंधीय घास के मैदान
(4) शुष्क मरुस्थलीय कांटेदार वनस्पति
(5) डेल्टाई वन ( मैंग्रोव वन )
(6) पर्वतीय वन
उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
यह वन भारत के उन भागों में पाए जाते हैं , जहां 200 सेमी से अधिक वर्षा एवं 24 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक तापमान पाया जाता है ।
इन वनों में सर्वाधिक जैव विविधता पाई जाती है ।
यह वन पश्चिमी घाट के पश्चिमी ढाल , लक्षद्वीप , अंडमान निकोबार दीप ,असम के ऊपरी भाग और तमिलनाडु के तट तक सीमित है ।
शोर्ट ट्रिक -- अंडा सदा तलकर खाने से ही असर होता है ।
अंडा ---------- अंडमान निकोबार दीप
त-------- तमिलनाडु
ल --------- लक्षदीप
असर --------असम
इन वनों में एबोनी , महोगनी , रोजवुड ,रबड़ और सिंकोना पाए जाते हैं ।
शोर्ट ट्रिक --- रोज एेसे ही रब से मोह करो ।
रोज---- रोजवुड
ऐ --------- एबोनी
से --------- सिंकोना
रब -------- रबड़
मोह -------- महोगनी
उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन
यह वन भारत के सबसे बड़े भाग में फैले हुए हैं , जो 100-200 सेमी वर्षा वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं ।
यह वन ग्रीषम ऋतु में 6 से 8 सप्ताह के लिए अपनी पत्तियां गिरा देते हैं ।
यह वन हिमालय के गिरीपद प्रदेशों , झारखंड , पश्चिमी उड़ीसा , छत्तीसगढ़ एवं पश्चिमी घाट के पूर्वी ढालों में पाए जाते हैं ।
शोर्ट ट्रिक ------- छंटे हुए पत्ते झाड़ू से गिरा दिए
छंटे-------- छतीसगढ़
झा ----------- झारखण्ड
ड़ू------------ उड़ीसा
गिरा दिया -------- गिरिपद प्रदेश
यहां पाए जाने वाले वृक्ष -- सागवान , बाँस , साल शीशम , चंदन , कुसुम , अर्जुन तथा शहतूत ।
शोर्ट ट्रिक --- अरज् किया है , बाँकू की साश शीसे ( शीसा ) में चाँदनी लगी ।
अरज् ---- अर्जुन
बाँ ------- बाँस
कू --------- कुसुम
सा ------ साल
श-------- शहतूत
शी --------- शीशम
सा--------- सागवान
चाँदनी -------- चंदन
उष्णकटिबंधीय घास के मैदान
यह घास के मैदान 50-100 सेमी वर्षा वाले मैदानी भागों में पाए जाते हैं ।
इस प्रकार की वनस्पति कर्नाटक , आंध्र प्रदेश , मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पठारी भाग में पाई जाती है ।
शोर्ट ट्रिक ----- आपकी छतरी भी कम नहीं ।
आप ------- आन्ध्रप्रदेश
छतरी ------- छतीसगढ़
क----------- कर्नाटक
म ------------- मध्यप्रदेश
शुष्क मरुस्थलीय कांटेदार वनस्पति
जिन क्षेत्रों में 50 सेमी से कम वर्षा होती है वहाँ इस प्रकार की वनस्पति पाई जाती है।
भारत में ये वन राजस्थान , गुजरात , छत्तीसगढ़ , उत्तर प्रदेश और हरियाणा के अर्ध शुष्क भागों में पाए जाते हैं ।
शोर्ट ट्रिक --- काँटे का गुच्छा उपर से हरा होता है।
गु -------- गुजरात
छा -------- छतीसगढ़
उपर ---------- उतर प्रदेश
ह ------------- हरियाणा
रा ------------- राजस्थान
प्रमुख वृक्ष है अकासिया , खजूर , यूफोरिया , नागफनी तथा खेजड़ा ।
शोर्ट ट्रिक ----- ज्यादा अन्न खा गए तो यू फोर खेड़ा
अ ------------- अकासिया
न ------------- नगफनी
खा ------------- खजूर
यू फोर ---------- यूफोरबिया
खेड़ा -------------- खेजड़ा
डेल्टाई वन मैंग्रोव वन
यह वनस्पति गंगा , ब्रह्मपुत्र , महानदी , गोदावरी , कृष्णा एवं कावेरी नदियों के डेल्टा भागों में पाई जाती है ।
गंगा- ब्रह्मपुत्र डेल्टा में सुंदरी वृक्ष पाए जाते हैं । ( यह क्षेत्र रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है )
इन दोनों में ताड़ , कैसूरीना , नारियल , क्योडा , व एंगोर के वृक्ष उगते हैं ।
शोर्ट ट्रिक ---- नारा लगाके क्यूँ अंगारा ताकै हो
नारा ------ नारियल
क्यूँ ------- क्योड़ा
अंगारा ----- एंगोरा
ता-------- ताड़
कै --------- कैसूरीना
और युवती हवन हवन हिमालय पर्वत पर उगते हैं ।
उँचाई के साथ साथ प्राकृतिक वनस्पति में अंतर भी दिखाई देता है
1500 मी तक ----सदाबहार एवं पतझड़ वन
1500-2500 मी तक ----- शीतोष्ण कटिबन्धीय वन
2500-4500 मी तक ------ कोणधारी वन
4500-4800 मी तक ------- टुण्ड्रा वन
No comments:
Post a Comment