महाद्वीप एवं महासागरीय नितल की उत्पत्ति
महाद्वीप एवं महासागर प्रथम श्रेणी के उच्चावच हैं ।
पृथ्वी के धरातल के 29.2 प्रतिशत भाग पर महाद्वीपों का विस्तार है ।
महाद्वीपीय प्रवाह सिद्धांत के प्रणेता वैग्नर हैं ।
कार्बनिफेरस युग में विश्व में संपूर्ण महाद्वीप आपस में मिले हुए थे यह वेगनर का सिद्धांत है ।
प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत 1960 में हैरी हैस ने दिया था ।
यह महाद्वीप विस्थापन को स्पष्ट करने वाला सिद्धांत है ।
विश्व का सबसे ऊंचा जलप्रपात एंजिल है जो कैराेनी नदी पर है , एवं वेनेजुएला में है ।
बोलोमा जलप्रपात जैरे नदी पर स्थित है ।
स्टेनली जलप्रपात कांगो नदी पर है ।
नियाग्रा जलप्रपात अमेरिका एवं कनाडा के बीच है जो सेंट लॉरेंस नदी पर है ।
नियाग्रा जलप्रपात ईरी एवं ओण्टेरियो झीलों के मध्य स्थित है ।
विक्टोरिया जलप्रपात जांबेजी नदी पर है ।
B L Nayak:
पृथ्वी की आंतरिक संरचना
पृथ्वी की आंतरिक संरचना के संबंध में सर्वाधिक महत्वपूर्ण जानकारी का स्रोत भूकम्प विज्ञान है ।
सियाल , सीमा एवं निफे के रूप में भूगर्भ का विभाजन स्वेस द्वारा किया गया है ।
सियाल में ग्रेनाइट एवं नीस जैसी चट्टानों की प्रधानता है ।
सीमा का निर्माण मुख्यतः बेसाल्ट एवं गेब्रो जैसी चट्टानों से हुआ है ।
क्रोड में निकेल एवं लोहा जैसे तत्व की अधिकता है ।
पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत के लिए सर्वप्रथम सियाल शब्द का प्रयोग स्वेस ने किया ।
भूकंपीय तरंगों के आधार पर स्थलमंडल की मोटाई 100 किलोमीटर मापी गई है ।
पृथ्वी की आंतरिक परत को बेरीस्फीयर कहते हैं ।
पृथ्वी धरातल से गहराई की ओर जाने पर गहराई के साथ तापमान में 1 डिग्री सेंटीग्रेड प्रति 32 मीटर की दर से वृद्धि होती है ।
पृथ्वी की आंतरिक संरचना के अनुसार भूगर्भ का विभाजन भूपटल , मेंटल एवं क्रोड में किया गया । यह सिद्धांत ग्रांट का है ।
भूपटल की औसत मोटाई लगभग 33 किलोमीटर है ।
भूपटल की मोटाई महाद्वीप भाग में ज्यादा एवं महासागरीय भाग में कम है ।
महाद्वीपीय भूपटल मुख्यतः ग्रेनाइट चट्टानों से बना है ।
महासागरीय भूपटल का निर्माण बेसाल्ट चट्टानों से हुआ है ।
मेंटल ( सीमा ) की गहराई 35 किलोमीटर से 2900 किलोमीटर है ।
पृथ्वी के आयतन का 83.5% एवं द्रव्यमान का 67.8 प्रतिशत भाग मेंटल है ।
इसका घनत्व 3 से लेकर 5.5 तक है ।
मेंटल को व्हाइट ऑफ द अर्थ के नाम से भी जाना जाता है ।
मेंटल में सिलिका एवं मैग्नीशियम की प्रधानता होती है ।
मोहो असंबद्धता क्रस्ट एवं मेंटल के बीच स्थित है ।
दबाव एवं रेडियो सक्रिय पदार्थों का विखंडन भूगर्भ में तापमान वृद्धि का कारण है ।
पृथ्वी भू-पर्पटी में सर्वाधिक पाया जाने वाला तत्व एलुमिनियम है ।
धरातल से मोहो असंबद्धता की गहराई 30 किलोमीटर है ।
वलन क्रिया पर्वत निर्माणकारी बल का परिणाम है ।
सियाल मिश्रित धातुओं एवं सिलीकेटों से बनी परत है ।
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