पृष्ठ तनाव
पृष्ठ तनाव --- यह द्रव का वह गुण है जिसके कारण तरल अपने पृष्ठ क्षेत्रफल को कम से कम करना चाहता है
द्रव में पृष्ठ तनाव द्रव के अणुओं के बीच ससंजक बल के कारण होता है
पृष्ठ तनाव का मान द्रव के पृष्ठ पर खींची गई काल्पनिक रेखा की इकाई लंबाई पर रेखा के लंबवत कार्य करता है
पृष्ठ तनाव = बल / लंबाई = F /L
पृष्ठ तनाव का मात्रक न्यूटन / मीटर होता है
ससंजक बल --- एक ही प्रकार के पदार्थ के अणुओं के बीच लगने वाले बल को ससंजक बल कहते हैं
ठोस में ससंजक बल का मान अधिक होता है और देशों में ससंजक बल का मान कम होने के कारण उनमें विसरण पाया जाता है
आसंजक बल --- भिन्न-भिन्न पदार्थ के अणुओं के बीच लगने वाले बल को आसंजक बल कहते हैं आसंजक बल के कारण ही जल किसी वस्तु को भी होता है
पृष्ठ तनाव के उदाहरण
1. पतली सुई का पानी के पृष्ठ पर तैरना
2. जल की बूंदों का गोल होना
3. पृष्ठ तनाव के कम होने से साबुन के घोल में बड़ा बुलबुला बनता है
4. शीशे की नली के अगले भाग को गर्म करने पर वह गोल हो जाता है
5. शेविंग ब्रश को जल से निकालने पर उसके बाल आपस में चिपक जाते हैं
6. कंप्रेसर तनाव के कारण ही गर्म सूप स्वादिष्ट लगता है
केशिकत्व ---- यह केशनली कि वह विशेषता है जिसके कारण द्रव का स्तर या तो ऊपर चढ़ता है या नीचे गिरता है केशनली कम त्रिज्या त्रिज्या वाली एक खोखली नली होती है
केशनली में द्रव की ऊंचाई केशनली की त्रिज्या पर निर्भर करती है यदि द्रव में केशनली की दीवार में चिपकने की प्रवृत्ति होती है तो वह नली में ऊपर चढ़ेगा
( जैसे जल ) और यदि चिपकने की प्रवृत्ति नहीं होती है तो उसका स्तर नीचे गिरेगा ( जैसे पारा )
केशिकत्व का उदाहरण
1. स्याही वाले कलम का काम करना
2. लालटेन के बत्ती में तेल का ऊपर चढ़ना
3. ब्लोटिंग पेपर का कार्य करना
4. वर्षा के बाद किसानों द्वारा खेतों की जुताई केशनलियों को तोड़ने के लिए किया जाता है
5. पेड़ - पौधों की शाखाओं एवं पतियों तक जल केशिकत्व द्वारा पहुंचता है
पृष्ठ तनाव को प्रभावित करने वाले कारक
1. तापमान बढ़ने पर तनाव घटता है
2. घुलनशील अशुद्धि मिलाने पर पृष्ठ तनाव का मान बढ़ता है
3. अघुलनशील अशुद्धि मिलाने पर पृष्ठ तनाव का मान कम हो जाता है
पृष्ठ तनाव --- यह द्रव का वह गुण है जिसके कारण तरल अपने पृष्ठ क्षेत्रफल को कम से कम करना चाहता है
द्रव में पृष्ठ तनाव द्रव के अणुओं के बीच ससंजक बल के कारण होता है
पृष्ठ तनाव का मान द्रव के पृष्ठ पर खींची गई काल्पनिक रेखा की इकाई लंबाई पर रेखा के लंबवत कार्य करता है
पृष्ठ तनाव = बल / लंबाई = F /L
पृष्ठ तनाव का मात्रक न्यूटन / मीटर होता है
ससंजक बल --- एक ही प्रकार के पदार्थ के अणुओं के बीच लगने वाले बल को ससंजक बल कहते हैं
ठोस में ससंजक बल का मान अधिक होता है और देशों में ससंजक बल का मान कम होने के कारण उनमें विसरण पाया जाता है
आसंजक बल --- भिन्न-भिन्न पदार्थ के अणुओं के बीच लगने वाले बल को आसंजक बल कहते हैं आसंजक बल के कारण ही जल किसी वस्तु को भी होता है
पृष्ठ तनाव के उदाहरण
1. पतली सुई का पानी के पृष्ठ पर तैरना
2. जल की बूंदों का गोल होना
3. पृष्ठ तनाव के कम होने से साबुन के घोल में बड़ा बुलबुला बनता है
4. शीशे की नली के अगले भाग को गर्म करने पर वह गोल हो जाता है
5. शेविंग ब्रश को जल से निकालने पर उसके बाल आपस में चिपक जाते हैं
6. कंप्रेसर तनाव के कारण ही गर्म सूप स्वादिष्ट लगता है
केशिकत्व ---- यह केशनली कि वह विशेषता है जिसके कारण द्रव का स्तर या तो ऊपर चढ़ता है या नीचे गिरता है केशनली कम त्रिज्या त्रिज्या वाली एक खोखली नली होती है
केशनली में द्रव की ऊंचाई केशनली की त्रिज्या पर निर्भर करती है यदि द्रव में केशनली की दीवार में चिपकने की प्रवृत्ति होती है तो वह नली में ऊपर चढ़ेगा
( जैसे जल ) और यदि चिपकने की प्रवृत्ति नहीं होती है तो उसका स्तर नीचे गिरेगा ( जैसे पारा )
केशिकत्व का उदाहरण
1. स्याही वाले कलम का काम करना
2. लालटेन के बत्ती में तेल का ऊपर चढ़ना
3. ब्लोटिंग पेपर का कार्य करना
4. वर्षा के बाद किसानों द्वारा खेतों की जुताई केशनलियों को तोड़ने के लिए किया जाता है
5. पेड़ - पौधों की शाखाओं एवं पतियों तक जल केशिकत्व द्वारा पहुंचता है
पृष्ठ तनाव को प्रभावित करने वाले कारक
1. तापमान बढ़ने पर तनाव घटता है
2. घुलनशील अशुद्धि मिलाने पर पृष्ठ तनाव का मान बढ़ता है
3. अघुलनशील अशुद्धि मिलाने पर पृष्ठ तनाव का मान कम हो जाता है
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